मगन! मन है मेरा कारण है
यहोवा, तेरे उद्धार में उल्हासता।
1 पवित्रता में यहोवा अतुल्य है,
उसके सिवाय और कोई नहीं
चट्टान है मेरा वही सहारा,
जीवन के हर पल संभालता।
2 यहोवा मारता और जिलाता
नीचा करता और ऊंचा भी
मुझे जिलाया संग बैठाया
जीवन के हर पल संभालता।
3 कुचले सरकंडे को वह ना तोड़ेगा,
धुआं देती बत्ती ना बुझाएगा
वह ना छोड़ेगा और ना त्यागेगा,
जीवन के हर पल संभालता।
4 यहोवा सच्चा न्यायी परमेश्वर,
धर्म से वह न्याय चुकाएगा
असत्य को वह लताड़ता है
पर मुझे हर पल संभालता।