देखो देखो कोई आ रहा है,
कैसा जलवा मसीह आ रहा है
आँखें अपनी उठाकर तो देखो
कैसी शान से मसीह आ रहा है।
1 वो भी कैसी सवारी है देखो
आसमान की बेदारी तो देखो,
बाजे बजते है दूत गाते है,
क्योंकि दुल्हा चला आ रहा है।
2 वहाँ सूरज और चाँद है न कोई,
अब तो मुर्दें पडे़ है न कोई,
हम सब डरते है और कांपते है,
न्याय करने मसीह आ रहा है।
3 अब नहीं है वह कांटों का सेहरा,
वह तो पहने है महिमा का सेहरा,
कैसी प्यारी दुल्हन! है जलाली बदन,
जिसको लेने मसीह आ रहा है।
4 यह दुनिया हमारी मिटेगी,
एक नई दुनिया फिर से बनेगी,
सब नया होगा जग नया होगा,
राज्य करने मसीह आ रहा है।