तेरी आराधना कंरू (2)
पाप क्षमा कर जीवन दे दे,
दया की याचना करूं।
1 तू हैं महान, सर्वशक्तिमान,
तू ही है मेरे जीवन का संगीत,
हृदय के तार छेडे़ झंकार,
तेरी आराधना है मधुर गीत,
जीवन से मेरे तू महिमा पाये,
एक ही कामना करुँ।
2 सृष्टि के हर एक कण-कण में,
छाया है तेरी ही महिमा का राज,
पक्षी भी करते है तेरी प्रशंसा,
हर पल सुनाते हैं आनन्द का राग,
मेरी भी भक्ति तुझे ग्रहण हो,
हृदय से प्रार्थना करूं ।
3 पतित जीवन में ज्योति जला दे,
तुझ से लगी है आशा मेरी,
पापमय तन को दूर हटा दे
पूर्ण हो अभिलाषा मेरी,
जीवन के कठिन दुःखी क्षणों का
दृढ़ता से सामना करुं।