इंजील को फैलाना, यह काम हमारा है,
मुंजी के जमाने में, यह नाम प्यारा है।
1. छेड़ेंगे वही नगमें,
कि जिनके इशारों पर
तकलीफ का क्या कहना
मरना भी गँवारा है।
2. कंधों पर सलीबे हो,
इंजील हो हाथों में,
दुनिया को बता देंगे,
यीशु में कफ्फारा है।
3. त्रिएक के नारे फिर,
गूंजेंगे आकाशों में,
इबलीस हुआ हैरान,
इस जोश ने मारा है।
4. नबियों में तेरी इज्जत,
और मान फरिश्तों में,
आंखों का वह तारा है,
सुबह का सितारा है।
5. हम खून का हर कतरा,
हंस-हंस के बहा देंगे,
दिल इससे रोशन है,
एहसान यह भारी है।