597 |
598सबने गुणाहगारों को |
599 |
Song | Instrumental |
सबने गुणाहगारों को नजरों से जब गिरा दिया तुमने मसीह मेहरबा अपने गले लगा लिया। 1.देखा गया न आपसे, कि मैं गुनाह मे मरू जकड़ा हुआ गुनाहों में, दुनिया मे मैं यूं फिरू मेरी नजात के लिए खुने जिगर बहा दिया। 2.मुझसे गुनाहगार की, लेकर बलायें आपने दुनियां में प्यार का शिला, सबको सिखाया आपने दाग-ए-गुनाह धो दिये, बोझ-ए-गुनाह उठा लिए। 3.आसी -ए-नामुराद को, बख्शी है जिन्दगी दिल को गुनहागार के, खान-ए- खुदा बना दिया।