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शून्य से ले के तूने मुझे

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SongInstrumental

1 शून्य से ले के तूने मुझे, रच लिया अपने ही रूप में प्रेम किया है अनंत प्रेम से दिया पुत्र मेरी मुक्ति के लिए। कोः- अनोखा प्यार है तेरा करूँगा स्तुति तेरी मैं सर्वदा। 2 जग में आया यीशु स्वर्ग छोड़ के मेरा सारा दण्ड सह लिया उसने, कोड़े खाके क्रूस उठाकर यीशु ने मुझे मुक्ति और चंगाई दे दी है। 3 अन्न वस्त्र और सभी आशिषें, दी मुझे उसने भरपुरी से, खतरों और सभी मुसीबतों से आंख की पुतली जैसे संभाला मुझे। 4 अविनाशी अनंत मीरास, धन्य संगति यीशु के साथ स्वर्ग में धन्य है आपके संतान पाऐंगें यीशु से जलाली ताज।