ख्रिस्त यीशु दयालु प्रभु
तू ही है तारणहार,
हम सब गाते हल्लेलुयाह
तेरी हो जय जयकार।
1 जन्म तू ने जगत में लिया
कंगाल घर में जीवन बिताया,
संकट कष्ट तूने उठाया
किया हमारा उद्धार यीशु प्यारे।
2 शिष्यों की नैय्या खतरे में जब थी
आंधियों से जब डगमगाती थी,
आज्ञा देकर आंधी थमा दी
बेड़ा किया तू ने पार यीशु प्यारे।
3 पाप का रोगी जीवन भर मैं था
यत्न भी करता पर कुछ न बनता,
यीशु जब तेरा वस्त्र छुआ
तब, चंगा हुआ यह बीमार यीशु प्यारे।