स्तुति हो यीशु तेरी हल्लेलुयाह!(2)
स्तुति हो तेरी कि तूने बचाया
और किया है मुझको बरी।
1 जमा हुए है हम अब हल्लेलुयाह!
गाते है मिलकर हम सब,
तू ही हमारा है त्राता और दाता
और तू ही हमारा है सब।
2 कीच से निकाला हमको हल्लेलुयाह!
किया है तूने आज़ाद,
स्तुति अब गायें हम सब क्यों न तेरी
और हो जायें हम तेरे दास।
3 सारे फरिश्ते एक साथ हल्लेलुयाह!
गाते है मिलकर हरदम,
स्तुति वह करते है तेरी हमेशा
और करते नहीं है विश्राम।
4 जायेंगे जब हम आसमान हल्लेलुयाह!
गायेंगे मिलकर हरदम,
बरबत बजाके आवाजें मिलाके
हम गायेंगे सुबह और शाम।