(Tune:- Balaheenanakum enne)
निर्बलों का साथ देने वाले प्यारे प्रभुजी
शत् शत् बार धन्यवाद तेरे चरणों में
धन्य धन्य प्रभु तेरी महिमा हो। -2
1 पापियों को पाक बनाने को,
पाप और श्राप को तू सिर पे उठाया क्या ?
2 न समझ कामों से शर्मिन्दा हूं मैं,
सर्व ज्ञानी प्रभु मुझे करीब रख अपने।
3 गलत्तियों का तो पुतला हूं मैं,
कलवरी के विजेता मेरा हाथ थामना।
4 जलदी ही तेरे करीब पहुंचूं मैं,
तब ही समाप्त होगा यह मेरा सारा संघर्ष ।
5 पापमय तन को अंश अंश बदलकर,
तेरे तेज की ओर बढ़ा प्रतिदिन प्रभुजी।