Return to Index

214

215

धन्य तुझे हम कहते मसीहा

216
SongInstrumental

धन्य तुझे हम कहते मसीहा, तूने हमें है बचाया आशिषों को कैसे गिने हम, तूने हमें है बचाया। 1 कितनी अनूपम घड़ी है, महिमा तेरी हम गाते खुशियां जो पाई है हमनें, भेंट तुझको चढ़ातें हम है तेरी बगीया के फूल, तूने हमें है खिलाया। 2 जीवन के इस सफर में, मुश्किलें हजारों आती है साथ आत्मा तेरी, हर क्षण में हमें यह दिखाती कामना है यीशु तेरी, तूने हमें है बताया। 3 तेरे लिए हम जीएगें, यह कामना है हमारी छाया तेरी हो हम पर, यह प्रार्थना है हमारी धन्य हे यीशु तूने हमको मुक्ति की सूरत दिखाई।