दिल मेरा ले ले प्यारे यीशु,
तूने इसे बनाया है,
इसमें तू अपना घर बना ले,
जिसके लिए बनाया है।
1 दुनिया की सब चीज़ें निकालकर,
इसे पाक और साफ कर,
गंन्दगी गुनाह की सब धोकर,
उस खून से जो बहाया है ।
2 कई साल मैं रहा तुझसे दूर,
लापरवाही ने किया दूर,
दया-प्रेम-अनुग्रह की आशीष,
धीरज रख के मुझे दिलाया है ।
3 पढ़ता हूँ जब पवित्र वचन,
प्रभु पास जाने का जो साधन,
सच्ची राह विश्वास और अनन्त जीवन,
आशाएँ उसने बढ़ाई है।
4 पवित्र आत्मा का यह भवन,
आत्मा के बपतिस्मा से,
हर जगह हर समय दूँ गवाही,
जैसा यह उसने सिखाया है ।