पवित्र समय प्रार्थना का,
सांसारिक बातें छोडूंगा,
और स्वर्गीय पिता के सन्मुख,
हृदय अपना उण्डेलूंगा
कठिन विपत्ति के समय,
वही तो एक सहायक है,
शैतान के जाल से बचता हूँ,
जब प्रार्थना करके जागता हूँ।
2 पवित्र समय प्रार्थना का,
जब जान के उसकी सत्यता,
पिता से विनती करता हूँ,
आशीष की आशा करता हूं,
मुझे प्रभु बुलाता है,
समझाने क्या अनुग्रह है,
चिंताएं सारी प्रार्थना कर,
डाल देता हूं मैं उसी पर।
3 पवित्र समय प्रार्थना का,
भरोसा उस पर सदा का,
है मेरा जब तक कर विश्वास,
मैं न जा पाऊँ तेरे पास
इस देह को छोड मैं जाऊंगा,
कि स्वर्ग में मुकुट पाऊंगा,
फिर देख के सामने ईश्वर को,
पाऊंगा प्रार्थना के फल को।