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175मन का दीप जला |
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Song | Instrumental |
मन का दीप जला, जीवन दीप जला, ख्वाबों में खोया है, जाग जरा मतवाले। 1 सच बतलाओ तेरे मन में रात ये कैसी छाई ? अच्छा नहीं है देख संभल जा यीशु से है जुदाई, यीशु को अपना। 2 यह दुनियां है ख्वाब सुनहरा, इस में जो फंस जाए, रोए तड़पे चैन न पाए घुल घुल कर मर जाए, मन का मैल धुला। 3 यीशु को तू अपने जीवन में अपना मीत बना ले, छोड़ दे अब यह दुनिया सुनहरी, दुनिया से मन तू फिरा ले, होगा तेरा भला।