Return to Index

582

583

एक सम्पद मेरे लिए ऊपर स्वर्ग में

584
SongInstrumental

एक सम्पद मेरे लिए ऊपर स्वर्ग में, तैयार है कर रहा प्रभु यीशु। (2) 1. अन्यजाति, कंगाल और मैं यहां परदेशी हूं (2) मेरा घर है ऊपर और ये जग मेरा नहीं। 2. माता-पिता, प्रियजन सभी तो भूल जाएंगे, (2) यीशु का प्रेम तुम्हें कभी न भूलायेगा। 3. कष्ट, नष्ट, प्रतिकूल जीवन में जब आए, (2) हाल्लेलूयाह गाकर तब मैं प्रभु को सराहूंगा।