यह लो प्रभु जी मेरा जीवन,
सम्पूर्ण हृदय से तुझको अर्पण,
शरणम् तेरे चरणम्,
तेरी शरण में आए हम।
1. कई बार दूर हो गया मैं,
तेरे अनमोल वचन से,
तेरी दया को ठुकरा कर,
भटका मैं अपनी ईच्छा से,
फिर भी तू प्यार से,
मुझको अपना बना लिया,
अब तो यह जीवन मेरा,
अर्पण है तेरी सेवा में। शरणम्................
2. तेरे कदमों के पास आके,
तेरा मन मैं जान पाऊं,
प्रातः के बोझ दिल में लेके,
तेरी सेवा मैं कर पाऊं
रूक न जाऊं चलता रहूं,
तेरे साथ आगे बढ़ सकूं,
हर जगह हर पल में,
तेरे लिए मैं जी सकूं। शरणम्..............