हथियार बाँध ले, ऐ जवान तू,
हर जंग में तुझको जीतना है।
1. सत्य से कमर अपनी तू
बाँध ले ऐ मसीही जवान,
जिस से सामना शैतान का तू
करके रह सके खड़ा।
2. विश्वास की ढाल को तू लेकर
कदम से कदम मिलाकर चल,
जलते हुए तीरों को बुझाकर
विजयी होकर आगे बड़ा चल।
3.धार्मिकता की झिलम धारण कर,
नम्रता से बढ़ता हि चल,
परमेश्वर ने हम को धर्मी ठहराया,
तो दोष कौन लगा पाएगा ?
4 शरमाये बिन फैलाए सुसमाचार,
तैयारी के जूते धारण कर,
आनन्द का मुकुट तु पाकर
हर्षित होगा फिर जरूर।
5 आत्मा की तलवार को तु ले ले,
परमेश्वर का जीवित वचन जो
संसार की फिक्रों के बीच में भी,
आत्मा की इच्छा जान पाए।
6 उद्धार का टोप तु जरूर ले,
जो यीशु की बलि से मिला
अंधकार की दुष्ट सेनाओं से,
है मल्लयुद्ध विश्वास का।
7 रूहानी है यह जंग हमारी,
हिम्मत न हार ऐ जवान
जागते हुए प्रार्थना करो क्योंकि,
विजयी प्रभु यीशु है कप्तान।