जय जय ख्रिस्त की जय गाथा,
पाप के बोझ से छुटकारा,
अजब है क्रूस की प्रेम कथा,
अनुपम निर्मल संदेशा।
1 मृत्यु है पाप की मजदूरी,
नरक भयानक श्राप से भरी
अनुग्रह से मिले माफी की,
अद्भुत निर्मल संदेशा।
2 आत्मिक भूख मिटाता भोज,
विषमय पाप की सिद्ध दवा,
सांत्वना देता संकट मे,
सब का हल यह संदेशा।
3 कलवरी में बहा पाक लहू
कबर से फतह की वीर कथा,
मत्युंजय यीशु का फरमान,
जयवन्तों का यह सन्देशा।
4 खेदित मन को दूं शान्ति
बन्दियों को दूं आजादी
पाप के बोझ से विश्राम की,
स्वर्गीय मार्ग यह संदेशा।
5 किसने किया हमें प्रेम ऐसा
किसने किया निस्वार्थ सेवा,
केवल यीशु के नाम में ही,
सनातन सुख का संदेशा।