Return to Index

300

301

जय जय ख्रिस्त की जय गाथा

302
SongInstrumental

जय जय ख्रिस्त की जय गाथा, पाप के बोझ से छुटकारा, अजब है क्रूस की प्रेम कथा, अनुपम निर्मल संदेशा। 1 मृत्यु है पाप की मजदूरी, नरक भयानक श्राप से भरी अनुग्रह से मिले माफी की, अद्भुत निर्मल संदेशा। 2 आत्मिक भूख मिटाता भोज, विषमय पाप की सिद्ध दवा, सांत्वना देता संकट मे, सब का हल यह संदेशा। 3 कलवरी में बहा पाक लहू कबर से फतह की वीर कथा, मत्युंजय यीशु का फरमान, जयवन्तों का यह सन्देशा। 4 खेदित मन को दूं शान्ति बन्दियों को दूं आजादी पाप के बोझ से विश्राम की, स्वर्गीय मार्ग यह संदेशा। 5 किसने किया हमें प्रेम ऐसा किसने किया निस्वार्थ सेवा, केवल यीशु के नाम में ही, सनातन सुख का संदेशा।