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हम है प्रभु का स्वर्गीय घराना

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SongInstrumental

हम है प्रभु का स्वर्गीय घराना, जिस में प्रभु खुद ही रहता है। 1 कैसा सुन्दर है प्रभु का घराना, चारों दिशाओं से बुलाया है, एक देह बने हैं नाता है लहू का, चाहे हजारों भाषा से हैं। 2 एक नया मनुष्य हम को बनाया, स्वर्गीय कुटुम्ब के तो हम सब है, एक साथ मिलकर गठकर रहते, ईश्वर का डेरा हम बनते है। 3 न कोई काला, गोरा धनी है, और ना गरीब कोई बड़ा भी है, न कोई छेाटा, अनपढ़ और ज्ञानी, यीशु प्रभु ही तो सब कुछ है। 4 प्रभु का घराना उस में न झगड़ा, न कोई ईर्षा, कपट, भेद है, शान्ति, आनंन्द और सच्चा प्रेम उस में, प्रभु ही तो उन को चलाता है। 5 वो दिन निकट है प्रियतम आएगा, जागते रहो उसने कहा है सच्चा विश्वासयोग्य बनकर रहते धीरज से बाट उसकी जोहते है।