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12अनुग्रह का राजा यीशु |
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Song | Instrumental |
अनुग्रह का राजा यीशु अनन्त कृपा का सोता यीशु, तेरा वचन है बढ़ती मेरी तेरी कृपा ही काफी मुझे। 1 विपदाओं के तूफानों में, मेरा हृदय स्थिर रहेगा, मेरी शरण तू है प्रभु, भय क्यों फिर होगा मुझे । 2 प्राण दिया मेरे लिए दुःख सहा मेरे लिए, त्यागेगा क्या मुझे ऐसा प्रभु, होगा क्या कम प्यार तेरा मुझसे। 3 बंजर सी भूमि में हम रहेंगे छाव में तेरी, मौत आये जिस दिन हमें, मिल जायेगें तुममें प्रभु।