(Tr. Enikkalla njan Kristhuvinu)
मेरे प्रभु के लिए
मैं सब कुछ देता हूँ,
मेरा शरीर और आत्मा - सम्पत
सब कुछ उसके लिए देता हूँ।
1. हर एक पापों को मिटा के
बचाया मुझ महा पापी को,
पाक खून की सामर्थ से शोभित रखकर
मुझे स्वर्गीय भवन तक ले चलो।
2. मेरा जीवन अर्पण करता हूँ
तेरी सम्पूर्ण सेवा में,
मेरे दिल के विचार और मुँह के वचन भी
तेरी इच्छानुसार ही हो।
3. मेरी आँखों से तुझको देखूँ
तेरी सेवा के बोझ को समझूँ,
मेरे तन और मन तेरी इच्छानुसार
तेरी सेवा में अर्पण करता हूँ।