मेरी आँखें खोलो यीशु मसीह
मैं भटक रहा अन्धियारे में,
ज्योति दिलाओ प्यारे प्रभुजी
ले आओ उजियारे में।
1 हम है लाचार और गिरे हुए,
जग में निर्बल और दबे हुए
तुम हो शक्तिमान प्रभु,
हम चरण तुम्हारे आए है।
2 यह पाप हमें दुख देते है,
हर पग हम उसमें गिरते है
तुम परम पिता हो हमारे प्रभु
हम शरण तुम्हारे आये है।
3 परमात्मा का तुम दान करो
मेरे जीवन का बलिदान करो,
दुनिया पर विजय की शक्ति दो,
तुम मरण के भय से मुक्त करो।