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अमृत वेले पढ़िऐ वाणी
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Song | Instrumental |
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अमृत वेले पढ़िऐ वाणी,
अमृत वेले सुनिऐ वाणी,
मिल जाऐं जिन्दगी दा अमृत पानी।
1 सच्ची वाणी दा जो वी जाप करे,
सब बुरियाईयां नू यीशु जी माफ करे,
धन है ओ जिसने रब्ब नू पहचानी।
2 अमृत वेले ओ रब्ब जी मेरे,
हरदम गावां गुण मै तेरे,
उसने मैहरा दी छतरी तानी।
3 पानी दिया नदिया लई हिरनी तिहाई,
उसने पीके ते प्यास बुझाई,
दिल दियां जाने दिल दा जानी।
4 अपने खम्बा हेठा लवे संभाल ऐ,
ओ मेरी ओट ओ मेरी ढाल ऐ,
सुन सुन वाणी दिल च वसानी।