नीले गगन में चमके है तारे,
दुनिया में वैसे ही चमके हम,
मीठे स्वरों में गाते हैं पंछी,
यीशु की सन्ना गाएँ हम।
1 फूलों की खुशबू जैसे सारे,
गुलशन को महकाती है,
अपने असर से, इस दुनिया के
गुलशन को महकाएं हम ।
2 चाँद और सूरज जब जब चमके,
अंधियारा मिट जाता है,
कर दें उजाला जीवन से अपने,
पापों की रातें मिटाएं हम ।
3 जलती है बत्ती जब तक उसमें
तेल दीये का बाकी है ,
जब तक हमारी है जिन्दगानी,
नाम ए मसीह फैलाएँ हम।