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सहारा मुझको चाहिये

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SongInstrumental

सहारा मुझको चाहिये, सहारा दे मुझे खुदा, मुझे सम्भाल मैं गिरा। (2) 1 कठिन है रास्ते बहुत, हर एक मोड़ पर खतर, अन्धेरे सायों को हटा, दिखा दे मुझको अब सहर । 2 ज़हाँ के रास्तों पे मैं, अकेले चल न पाऊंगा, अगर जो चलना चाहूं भी फिसल के गिर मैं जाऊंगा। 3 ये बोझ जो गुणाहों का, मैं लेके आज चल रहा, उठाएगा अगर कोई, वह तू ही तो है ऐ खुदा।