114 |
115करो रब्ब दी हुन वडियाई |
116 |
Song | Instrumental |
करो रब्ब दी हुन वडियाई सब असमाना दी उच्चियाई, तारिफ तारिफ करो बुलंदी पर। करो 1 तारिफ करण फरिश्ते सारे, ओहदियां फौजां मारन नारे। 2 चान सूरज चमकीले तारे, सब असमान अते पानी सारे। 3 ओसने हुकम कित्ता जारी, कल कट पैदा होई सारी। 4 ओस अजे मजबूत बनाए, तां जो कुछ वी टल ना जावे।