Audio | Prayer | Song | Instrumental |
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बेबीलोन की बँधुआई के दौरान हाग्गै का जन्म हुआ। पफारस के राजा कुस्त्रु ने बेबीलोन पर चढ़ाई करके उसे कब्जे में कर लिया। उसने सभी बँधुओं को वापस अपने-अपने देश जाने की अनुमति दे दी। उसकी आज्ञानुसार ;2 इति. 36:22-23 एज्रा 1 यहूदियों का एक झुण्ड वापस यहूदिया को गया और वहाँ बस कर वे परमेश्वर के मंदिर की मरम्मत में लग गए जिसे नबूकद्नेस्सर ने तबाह कर दिया था। तुरंत ही इस्राएलियों के शत्रु उठ खड़े हुए और उनके निर्माण कार्य को बलपूर्वक रोक दिया। इस प्रकार 15 वर्ष बीत गए। इसी दौरान परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता हाग्गै ने भविष्यद्वाणी की ताकि लोगों को परमेश्वर के मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य के लिए प्रोत्साहित करे। ;एज्रा 5:1। हाग्गै नाम का अर्थ है पर्व। यह उन पर्वों का प्रतीक है जो परमेश्वर के लोगों के जीवन में होने वाला था। उसकी भविष्यद्वाणी छोटी थी। वह चार संदेश देता है, जिनमें पहले डाँट लगाता है और पिफर प्रोत्साहित करता है। अपने प्रभावशाली संदेश को लोगों के दिलों तक पहुँचाने के लिए वह बार-बार दोहराता है कि ‘‘सेनाओं का यहोवा यों कहता है’’;हाग्गै 1:2, 5, (7 2:6), 11। ‘‘अपनी चाल चलन पर ध्यान करो’’ ;हाग्गै 1:5, 7। ‘‘मैं तुम्हारे संग हूँ’’ ;हाग्गै 1:13, 2:4और ‘‘हियाव बाँधे’’ ;हाग्गै 2:4 तीन बार इस पुस्तक के चार भाग हैं 1. मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए बुलाहट ;अध्याय 1 2. नए मंदिर की महिमा ;अध्याय 2:1-9 3. पवित्राता और आशीष के वायदे के विषय में एक सिद्धांत ;अध्याय 2:10-19 4. जरुब्बाबेल से विशेष प्रतिज्ञा ;अध्याय 2:20-23। 1. मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए बुलाहट: इस संदेश की निश्चित तिथि दी गई है। राजा दारा ;1 के दूसरे वर्ष के आठवें महीने के पहले दिन यह संदेश दिया गया। ;हाग्गै 1:1। अर्थात् यह दिन 29 अगस्त, 520 ई.पू. है। अन्य भविष्यद्वक्ताओं ने लोगों को संदेश सुनाया परन्तु हाग्गै का संदेश अगुओं, जरुब्बाबेल, जो यहूदा का अध्पिति था, और महायाजक यहोशू के लिए था। लोग अपने लिए घरों का निर्माण कर रहे थे परंतु परमेश्वर के भवन का कार्य अधूरा पड़ा था। वह कहता है, ‘‘पहाड़ पर चढ़ जाओ और लकड़ी ले आओ और इस भवन को बनाओ, और मैं उसको देखकर प्रसन्न हूँगा और मेरी महिमा होगी, यहोवा का यही वचन है।’’ ;पद 8। 2. नए मंदिर की महिमा: मंदिर के निर्माण कार्य के प्रति शीघ्र ही लोग आलसी हो गए। अतः सातवें महीने के बीसवें दिन ;सितंबर 21, 520 ई.पू. परमेश्वर का वचन पिफर से भविष्यद्वक्ता के पास पहुँचा, ‘‘अब यहोवा की यह वाणी है, हे जरुब्बाबेल, हियाव बाँध् और हे यहोसादाक के पुत्रा यहोशू महायाजक, हियाब बाँध्, और यहोवा की यह भी वाणी है कि हे देश देश के सब लोगों, हियाब बाँध्कर काम करो, क्योंकि मैं तुम्हारे संग हूँ, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है’’ ;पद 4 ‘‘इस भवन की पिछली महिमा इसकी पहली महिमा से बड़ी होगी।’’ ;2:5। 3. पवित्राता और आशीष के वायदे के विषय में एक सिद्धांत :दो महीनों के पश्चात् परमेश्वर ने हाग्गै को एक और संदेश दिया। ‘‘सेनाओं का यहोवा यों कहता है: याजकों से इस बात की व्यवस्था पूछ, ‘यदि कोई अपने वस्त्रा के आँचल में पवित्रा माँस बाँध्कर, उसी आँचल से रोटी या किसी भी प्रकार के भोजन को छुए, तो क्या वह भोजन पवित्रा ठहरेगा?’’ याजकों ने उत्तर दिया, ‘‘नहीं।’’ पिफर हाग्गै ने पूछा, ‘‘यदि कोई व्यक्ति मनुष्य के शव के कारण अशु( होकर ऐसी किसी वस्तु को छुए, तो क्या वह अशु( ठहरेगी?’’ याजकों ने उत्तर दिया कि ‘‘हाँ, अशु( ठहरेगी।’’ पिफर हाग्गै ने कहा, यहोवा की यही वाणी है, कि मेरी दृष्टि में यह प्रजा और यह जाति वैसी ही है।’’ इसका अर्थ यह है कि पवित्रा स्थान में कार्य करना उन्हें पवित्रा नहीं बनाता है। तथापि, इस संदेश का अंत परमेश्वर एक वायदे के साथ करते हैं, ‘‘परंतु आज के दिन से मैं तुमको आशीष देता रहूँगा।’’ ;पद 19। 4. जरुब्बाबेल से विशेष प्रतिज्ञा: उसी दिन हाग्गै ने परमेश्वर से अंतिम संदेश प्राप्त किया। यह संदेश जरुब्बाबेल के लिए था। ‘‘सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, उस दिन, हे मेरे दास जरुब्बाबेल, मैं तुझे लेकर अंगूठी के समान रखूँगा, यहोवा की यह वाणी है, क्योंकि मैं ने तुझी को चुन लिया है, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।’’ ;पद 23।हाग्गै की भविष्यद्वाणी नए नियम के विश्वासियों के लिए भी मूल्यवान पाठ सिखाती है। ‘‘पहले तुम उसके राज्य और ध्र्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएँ भी तुम्हें मिल जाएँगी।’’ ;मत्ती 6:33।
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