Audio | Prayer | Song | Instrumental |
---|---|---|---|
पवित्र शास्त्र में मसीह उत्पत्ति उत्पत्ति में मसीह स्त्री का वंश है (3:15)। यह कुँवारी से जन्म पर ज़ोर देता है। इसके अतिरिक्त हाबिल के बलिदान, नूह के जहाज, इसहाक के बलिदान, यूसुफ के जीवन इत्यादि में मसीह की प्रतिछाया मिलती है। निर्गमन निर्गमन की पुस्तक का विषय फसह है (12:5)। इसे फसह के मेम्ने के मारे जाने में देखा जाता है। मेम्ने के लोहू ने उन्हें दण्ड से छुटकारा दिया। मसीह हमारा फसह का मेम्ना है (1 कुरिं. 5:7)। मन्ना, चट्टान (निेर्ग. 17:1-6), मिलापवाला तम्बू इत्यादि जैसी अन्य अनेक तस्वीरें इस पुस्तक में हैं। लैव्यव्यवस्था प्रथम सात अध्याय पाँच बलिदानों के विषय में बताते हैं। लैव्य. के समस्त बलिदान मसीह की मृत्यु के विभिन्न आयामों को बताते हैं। गिनती "वह आत्मिक चट्टान... जो उनके साथ साथ चलती थी... वह चट्टान था" (1 कुरिं. 10:4)। मसीह का एक और महत्वपूर्ण रूपक पीतल का सर्प है (गिनती 21:4-9; यूहन्ना 3:14)। व्यवस्थाविवरण इस पुस्तक में मसीह को उस नबी के रूप में प्रस्तुत किया गया है जिसे परमेश्वर द्वारा खड़ा किया जाएगा (18:15)। मूसा वह नबी है जिसने पुराना नियम दिया। यीशु मसीह वह नबी है जिसे नई वाचा का मध्यस्थ कहा गया है (इब्रा. 12:24)। यहोशु सेनाओं के प्रधान के रूप में प्रभु यहोवा पर प्रकट हुआ था (5:14)। यहोवा ही ने उन्हें कनान पर विजय प्रदान की थी। यहोशू स्वयं मसीह की प्रतिछाया है। न्यायियों परमेश्वर ने यहोशू के बाद इस्त्राएल पर राज्य करने के लिए न्यायी खड़े किए। न्यायियों का राज्य शाऊल के राजा बनाए जाने तक रहा। हम मसीह को 'प्रभु का दूत' के रूप में देखते हैं (2:1; 6:20; 13:15-22)। अतः यह मसीह ही था जो कि समस्त स्थितियों में इस्त्राएल का सच्चा छुड़ानेवाला था (2:16)। रुत रुत की पुस्तक में मसीह सम्बंधी - छुड़ानेवाला है (2:1; 3:9-10; 4:10)। 1 शमूएल- 2 इतिहास ये पुस्तकें एक सिद्ध राजा की ओर संकेत करती हैं, जो कि दाऊद का पुत्र यीशु मसीह है और उस सिद्ध राजा की ओर जो कि स्थापित होने वाला है (लूका 1:32,33)। एज्रा-नहेम्याह इन पुस्तकों में मसीह को उस व्यक्ति के रूप में देखा गया है जो मंदिर को पुनः बनाएगा। नबूकदनेस्सर ने सुलैमान के मंदिर को नाश किया था। तत्पश्चात जरूब्बाबेल ने उसी स्थान पर पुनः मंदिर बनाया। इसे एज्रा एवं नहेम्याह की पुस्तक में समझाया गया है। हम मसीह में नया नियम की कलीसिया को बनानेवाला को देखते हैं। एस्तेर इस्राएल का शक्तिशाली शत्रु, हामान परमेश्वर की संपूर्ण प्रजा को नाश करने का प्रयास कर रहा था। तथापि, मोर्दकै यहूदी दृष्टा-पटल पर आता है। "वह यहूदियों में महान था, और अपने सब कुटुम्बियों का प्रेम पात्र था। क्योंकि वह अपने जाति भाइयों की भलाई की खोज में लगा रहता था और अपने संपूर्ण राष्ट्र के लोगों के कुशलक्षेम की बातें करता था।" उसकी विश्वस्तता तथा प्रार्थना के द्वारा उस शत्रु को नाश किया गया। मोर्दकै उद्धारकर्ता मसीह को चित्रित करता है (10:3)। अय्यूब अय्यूब में हम उद्धारकर्ता मसीह को देखते हैं और उसे जो अंत में पृथ्वी पर खड़ा होगा (अय्यूब 19:25)। भजन इस पृथ्वी पर मनुष्य का जीवन विभिन्न परेशानियों एवं दिक्कतों से भरा है। भजनकार ऐसी कठिन स्थितियों में मसीह में शरण पाता है, जो कि युगों की चट्टान है जिसमें हम भरोसा रख सकते हैं (1 कुरिं. 10:4)। नीतिवचन-सभोपदेशक नीतिवचन एवं सभोपदेशक में यीशु मसीह ईश्वरीय बुद्धि है (कुलु. 2ः3)। श्रेष्ठगीत श्रेष्ठगीत में मसीह वह प्रेमी है और शुलेम्मिन कलीसिया है (5ः10)। नबूवत की पुस्तकें नबी परमेश्वर के प्रवक्ता हैं जो लोगों को परमेश्वर का संदेश देते हैं। इन सभी नबूवतों का मुख्य विषय शांति का राजकुमार है (यशा. 9ः6)। सुसमाचार मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उनका उद्धार करने आया (लूका 19:10)। उस उद्धारकर्ता का जीवन, उसकी सेवकाई एवं शिक्षाएं, उद्धार का मार्ग, जो लोग उसके पास आए उनके अनुभव, इन सुसमाचारों में दिए हैं। प्रेरितों के काम सारी पृथ्वी पर उद्धार के संदेश का प्रचार किया गया और अनेक स्थानीय कलीसियाएं स्थापित की गईं। "मैं अपनी कलीसिया बनाऊंगा" यीशु ने कहा था और प्रेरितों एवं चेलों के द्वारा ठीक उसने वैसा ही किया। पत्रियाँ पत्रियों के द्वारा हम यीशु मसीह को परमेश्वर तथा मनुष्यों के मध्य एक मध्यस्थ के रूप में पाते हैं। उसे सब के ऊपर महिमान्वित रूप में देखा गया है। उसे कलीसिया का पोषक एवं प्रेमी के रूप में देखा गया है। प्रकाशितवाक्य प्रकाशितवाक्य में, वह महिमा में लौटनेवाले के रूप में है। वह सर्वोच्च राजा एवं न्यायी है।
Not Available