Audio | Prayer | Song | Instrumental |
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लहू के द्वारा छुटकारा नये नियम का एक सत्य है। पुराने नियम के इस अध्याय में हम सत्य का चित्रण पाते हैं। इसलिये, निर्गमन 12 को ‘‘छुटकारे का अध्याय’’ कहते हैं। जो कुछ भविष्यवक्ताओं ने कहा और भजनकारों ने गाया और यहाँ तक कि प्रकाशितवाक्य का ‘‘स्वर्गीय गीत’’ भी इन सबकी अभिव्यक्ति इस अध्याय में की गई है।‘‘क्योंकि तूने वध होकर अपने लहू से हर एक कुल और भाषा और लोग और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है।’’ (प्रकाशितवाक्य 5:9)। मिस्त्र में परमेश्वर का वचन मूसा और हारून के पास पहुँचा। उसने कहा, ‘‘यह महिना तुम लोगों के लिये आरंभ का ठहरे, अर्थात वर्ष का पहिला महिना यही ठहरे।’’ उन्हें कहा गया कि वे इस्त्राएलियों से कहें कि वे उस माह के 10 वें दिन प्रत्येक परिवार के लिये एक मेम्ना लें। यदि परिवार छोटा हो तो वे पड़ोसी को भी सम्मिलित कर सकते हैं। एक वर्षीय निर्दोष मेम्ने का ही चुनाव किया जाना था। यह वे भेड़ या बकरियों में से चुन सकते थे। यह उन्हें महिने के चैदहवें दिन तक रखना था और शाम को वध करना था। इस्त्राएलियों को उसके लहू को घरों की चैखट पर उपर की ओर लगाना था जिसमें वे रहते थे। उन्हें कहा गया था कि वे उस रात मेम्ने का भूना हुआ माँस खाएँ, अखमीरी रोटी और कड़वे साग के साथ, अगले दिन के लिये उसमें से कुछ न बचाएँ। यदि कुछ बच भी जाए तो उसे आग में जला दिया जाए। यह उन्हें कमर बांधकर,पाँव में जूती पहने और हाथ में लाठी लिये हुए फुर्ती से खाना था। यह परमेश्वर का पर्व था। परमेश्वर ने उनसे कहा कि वह उस रात मिस्त्र देश के बीच से होकर गुजरेगा और मनुष्य और पशु दोनों के पहिलौठों को मार डालेगा। दरवाजों के चैखट पर लहू इस बात का प्रतीक था कि उस घर में मेम्ना मारा गया है। परमेश्वर ने कहा, ‘‘जब मैं लहू को देखूँगा तो तुम्हें छोड़कर आगे बढ़ जाऊँगा।’’ उनके लिये यह एक यादगार दिन होने वाला था। वे इसे आनेवाली पीढ़ियों के लिये प्रभु के लिये मनाने वाले थे। इस्त्राएलियों से आशा की गई थी कि वे ‘‘प्रतिज्ञा की भूमि’’ में पहुँचने के बाद भी इसे विधि के रूप में मनाते रहें। जब उनके बच्चे उनसे पूछें कि वे इसे क्यों मनाते हैं तब उन्हें बताना होगा कि परमेश्वर ने किस तरह मिस्त्रियों को दंडित किया था, और कि किस तरह वह इस्त्राएलियों के घरों पर लहू देखकर आगे बढ़ गया था। उन्हें यह बताना होगा कि यह ‘‘फसह का पर्व’’ था। मिस्त्रियों के सभी पहिलौठे, जिनमें फिरौन का पहिलौठा जो सिंहासन पर बैठा था और बंदिगृह के बंदियों के पहिलौठे सभी मारे गये थे। मिस्त्र देश में काफी रोना मचा हुआ था, परंतु इस्त्राएलियों के पहिलौठे जिन्होंने उनके घरों की चैखट पर लहू लगाया था नहीं मरे। फसह का मेम्ना वध किया गया था जिसने इस्त्राएल की संतानों को छुटकारा दिया। फसह का मेम्ना यीशु मसीह का चित्रण है। (1 कुरि 5:7)। वे लोग जो क्रूस पर यीशु मसीह की मृत्यु पर विश्वास करते हैं उन्हें सजा से छुटकारा मिलता है। उसके पुत्र यीशु मसीह का लहू हमें सभी पापों से शुद्ध करता है। (1 यूहन्ना 1:7)। क्योंकि तुम जानते हो कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो बापदादों से चला आता है उससे तुम्हारा छुटकारा चांदी-सोने अर्थात नाश्वान वस्तुओं के द्वारा नहीं हुआ।’’ (1 पतरस 1:18)। ‘‘अतः अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दंड की आज्ञा नहीं।’’ (रोमियों 8:1)
Rolled away, Rolled away, Rolled away, Every burden of my heart rolled away, Every sin has to go Neath the cleansing flow. Hallelujah Rolled away, Rolled away, Rolled away, Every burden of my heart Rolled away.