Audio | Prayer | Song | Instrumental |
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जैसे-जैसे वर्ष बीतते गए, यूसुफ, उसके भाई और जो उन्हीं की पीढ़ी के थे, मर गए। उनके वंशज इस्त्राएली बहुगुणित होते गए और मिस्त्र देश उनसे भर गया। फिर एक नया राजा जो यूसुफ को नहीं जानता था सत्ता में आया। मिस्त्री लोग इस्त्राएलियों से उनकी शक्ति के कारण डरते थे। उन्हें डर था कि शत्रु के द्वारा युद्ध छेड़े जाने पर वे उनके साथ मिल सकते थे। इसलिये उन्होंने उन्हें निर्दयी बेगार काम लेने वालों के अधीन रखकर उनसे कठिन परिश्रम करवाना शुरू किया। इस्त्राएलियों ने फिरौन के लिये पितोम और रामसेस नामक भंडारवाले नगर बनाया। लेकिन उन्हें जितना अधिक सताया जाता था, उतनी ही अधिक संख्या में वे बढ़ते जाते थे। उनका जीवन काफी कड़वाहट से भर गया था। मिस्त्र के राजा ने शिप्रा और पूआ नामक दो इब्री धाइयों को आज्ञा दिया कि मिस्त्र में पैदा होने वाले सभी पुत्र शिशुओं को वे जन्म होते ही मार डालें , परंतु लड़कियों को जीवित छोड़ देने को कहा। परंतु धाईयाँ जो परमेश्वर का भय मानती थीं, उन्होंने लड़के शिशुओं को जीवित छोड़ दी। इसलिये राजा ने उन्हें बुलाया और उनसे इसका कारण पूछा। धाइयों ने बताई की इब्री स्त्रियाँ मिस्त्र की स्त्रियों के समान नहीं थीं। वे ऐसी फुर्तीली हैं कि धाइयों के वहाँ पहुँचाने से पहले ही उनका बच्चा जन्म ले लेता था। परमेश्वर ने उन दो स्त्रियों को आशीष दिया क्योंकि वे परमेश्वर का भय मानती थीं। इस्त्राएली लोग संख्या में बढ़ते गए। इसलिये फिरौन ने एक नई आज्ञा दिया कि सभी नए जन्में बच्चों को नदी में फेंक दिया जाए। इस बात ने इस्त्राएलियों के जीवन को और भी दूभर बना दिया। उन्होंने उनके पिता अब्राहम को पुकारा और उसने नीचे उतरकर उन्हें बचाया। उसी प्रकार, उसने अपना एकलौता पुत्र यीशु मसीह को, पापियों को बचाने के लिये इस संसार में भेजा जो लोग शैतान के गुलाम हैं।फिरौन शैतान का और मिस्त्र संसार का चित्रण है।
पाप की गन्दगी से मुझे उठाया, दिया उसने नया गीत मेरे जीवन में। कीच से उसने मेरे प्राण को खींच के निकाला, खून से उसने दुर्गन्ध को बिल्कुल दूर किया। मेरे दिल में नया गाना मुंजी यीशु देता है, आनन्द से गाऊंगा,जीवन भर अपने प्रभु की स्तुति करूंगा। हल्लेलूय्याह-2