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कल्पना करें कि आप ऐसे शहर में रहते हैं जिस पर सेना ने हमला कर दिया है। आपके बचने का एक ही रास्ता है वह एक लाल रस्सी के उपयोग द्वारा (बच्चों को एक लाल रस्सी का टुकड़ा दिखाएँ)। सुनने में अजीब लगता है, है ना? यह घटना सचमुच एक स्त्री के साथ घटी है जो उस समय की थी जब इस्राएल, परमेश्वर द्वारा दी गई प्रतिज्ञा की भूमि में प्रवेश की तैयारी कर रहा था। मूसा की मृत्यु के बाद परमेश्वर ने उसके दास यहोशू को कनान पर कब्जा करने और उसे बारह गोत्रों में बाँटने का कार्य सौंपा। यरदन पार करने के बाद इस्राएलियों को जो पहला शहर कब्जे में करना था वह था यरीहो। यहोशू ने उस शहर में दो पुरुषों को भेदिये बनाकर भेजा। पद 1 में हम पढ़ते हैं उसने उन्हें गुप्त रीति से भेजा था। इसका मतलब यह हुआ कि उसने उन्हें न केवल शत्रु से छिपाकर भेजा परंतु इस बात की खबर इस्राएलियों को भी नहीं थी। उस बड़े विलाप को याद करें उन्होंने तब किया था जब मूसा के द्वारा भेजे गए भेदिये उनकी बुरी रिपोर्ट के साथ लौटे थे। वह सब यहोशू की याद दाश्त में अब भी ताजा था। इसलिये इस बार उसने परमेश्वर का भय मानने वाले पुरुषों को भेजा (पद 14,24)। जो लोग परमेश्वर के साथ विश्वासयोग्य रहते हैं वे उनके कार्य में भी विश्वासयोग्य रहेंगे भेदिये यरीहो पहुँचे। उस शहर के चारों तरफ उँची दीवाल थी। एक घर में जो शहर की दीवाल का भाग था, एक स्त्री रहती थी जिसका नाम राहाब था। भेदिये उस रात वहीं रूके। शायद चौकीदार ने परदेशियों को आते हुए देख लिया था, उसने इसकी खबर राजा को दिया। चूँकि यरीहो के लोग इस्त्राएलियों के हमले से डरे हुए थे, जो यरदन पार थे, शायद वे परदेशियों को आनेजाने पर नजर रखे थे। इसलिये राजा को तुरंत पता चल गया कि भेदिये कहाँ रूके थे राजा के सिपाही राहाब के घर आए। परंतु उसने उनके साथ धोखा नहीं की जिन्होंने उसके घर शरण लिया था। वह उन्हें छत पर ले गई और उन्हें सनई की लकड़ियों के नीचे छिपा दी। यद्यपि वह ऐसे देश की थी जो परमेश्वर को नहीं जानता था, परंतु इस समय तक उसने इस्राएल के परमेश्वर के विषय कुछ जान गई थी। ध्यान दें कि भेदियों के साथ बातचीत में उसने कई बार यहोवा का नाम ली थी। उसने सुनी थी कि किस तरह परमेश्वर ने लाल समुद्र के दो भाग किया था और किस तरह सीहोन और ओग अमोरियों के राजाओं को हराया था। वह उस परमेश्वर पर विश्वास करती थी जो बड़े-बड़े कार्य करता था। उसने बोली, ‘‘मुझे तो निश्चय है कि यहोवा ने तुम लोगों को यह देश दिया है’’ (पद 9)। ‘‘तुम्हारा परमेश्वर यहोवा उपर के आकाश का और नीचे की पृथ्वी का परमेश्वर है’’ (पद 11)। वह एक पापिनी स्त्री थी परंतु उसका विश्वास धार्मिकता गिना गया। उसके विश्वास के कारण ही उसने शांति से भेदियों को अपने घर में जगह दी (इब्रानियों 11:31; याकूब 2:25)। हमारा परमेश्वर बड़े से बड़े पापी को भी बचाता है जो उस पर विश्वास करता है। क्या प्रेरित पौलुस खुद के विषय नहीं कहता, ‘‘मैं पापियों में सबसे बड़ा हूँ?’’ (1 तीमु 1:15)। राहाब ने अपने कार्य द्वारा अपना विश्वास दिखाई। हमारे कार्यों के द्वारा ही हम यह सिद्ध कर सकते हैं कि हमारा विश्वास सच्चा है (याकूब 2:14-26)। वह जो यह जानती थी कि यरीहो का राजा जल्द ही चला जाएगा, उसने राजा से ज्यादा परमेश्वर का भय माना। हमें मनुष्य से ज्यादा परमेश्वर का भय मानना चाहिये। राहाब ने उसे और उसके परिवार को बचाने के लिये बोली। वे मान गए और उसे यकीन दिलाया। उन्होंने उसे उसकी खिड़की पर एक लाल सूत की डोरी बांधने को कहा। तुम्हें याद है जब परमेश्वर ने मिस्र के पहिलौठों का नाश किया तो उनसे कहा गया था कि वे मेम्ने के लहू को उनके दरवाजों और अलंगों पर छिड़कें। यह लहू और लाल सूत की डोरी यीशु के लहू के प्रकार हैं जो हमें उद्धार देता है। ‘‘बिना लहू बहाए पापों की क्षमा नहीं’’ (इब्रानियों 9:19-22)। जब राजा के सिपाही चले गये, राहाब ने भेदियों को रस्सी से खिड़की के रास्ते दीवार के उस पार उतार दिया, और जैसा उन्होंने उससे कहा था उसने उस खिड़की पर लाल डोरी बांध दी यरीहो के सिपाहियों ने भेदियों को यरदन के मार्ग पर भी खोजा परंतु वे उन्हें नहीं मिले। दोनों भेदिये तीन दिन तक पहाड़ी में छिपे रहे और फिर यहोशू के पास लौट गये। उन्होंने जो कुछ हुआ था उसे सब कुछ बता दिया। वे पहले के भेदियों जैसे नहीं थे। परमेश्वर पर विश्वास रखते हुए उन्होंने कहा, ‘‘सचमुच परमेश्वर ने सारा देश हमें दे दिया है।’’ जल्द ही इस्त्राएलियों ने यरीहो पर कब्जा कर लिया। जैसा कि भेदियों ने राहाब से प्रतिज्ञा किया था, उन्होंने उन सब को बचा लिया जो लाल डोरी बांधी खिड़की वाले घर में शरण लिये थे (यहोशू 6:22-23)। वे सब जो यीशु के लहू के द्वारा धोए गए हैं, (1 यूहन्ना 1:7) इसी रीति से नाश किये जाने वाले संसार से अलग किये जाएंगे। जब उद्धाररहित लोगों को आग की झील में डाला जाएगा तब परमेश्वर की संतानें प्रभु के साथ रहेंगी। क्या आपने परमेश्वर पर विश्वास किया है? परमेश्वर आपको बचाना चाहता है और आपके सभी पापों को क्षमा करना चाहता है। नोट : यरीहो उस स्थान से करीब दस मील दूर है जहाँ यरदन नदी मृत सागर में प्रवेश करती है। परमेश्वर ने उस व्यक्ति के लिये सजा सुनाया था जो यरीहो को फिर से बसाएगा। आहाब राजा के समय में, बेतेलवासी हीएल ने शहर को फिर बसाया और दंडित हुआ (1 राजा 16ः34)। ऐसा माना जाता है कि यह वही राहाब थी जो सालमोन की पत्नी और बोअज की माँ थी (मत्ती 1ः5)
मैं ने भी माना यह जीवन कठिन है और हर पल दुखों से घिरा, जीवन की आशायें तुझ पर लगी है कि तू है दया से भरा, तंगी बिमारी और बढ़ती मुसीबत सब कुछ उठाऊंगा तेरे लिये। कांटों में चलूंगा तेरे लिए दुख भी उठाऊँगा तेरे लिये, मैं ने यह जीवन तुझको दिया है जीवन बनाऊँगा तेरे लिये।