Audio | Prayer | Song | Instrumental |
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जब हमारा प्रभु इस पृथ्वी पर था, उसने कई चमत्कार किया, बीमारों और तकलीफ में पड़े लोगों पर दया किया। उसने लोगों को भूखा देखा तो वह तरस से भर गया और उन्हें भोजन खिलाया, उसने रोटी और मछलियों को आशीषित करके बहुगुणित किया। जब उसने बीमारों को देखा तो उन पर दया किया, और उन्हें चंगा किया। हम जो उसकी संतानें हैं, हमें भी तरस रखना चाहिये। जब भी दूसरों को हमारी जरूरते पड़े हमें अवश्य उनकी मदद करना चाहिये प्रभु यहूदियों के एक त्योहार में यरूशलेम गये। आप जानते हैं वह एक यहूदी था। यरूशलेम नगर में प्रवेश के अलग-अलग फाटक थे। नहेम्याह में हम सात फाटकों के विषय पढ़ते हैं। भेड़ फाटक, मछली फाटक, कूड़ा फाटक आदि नाम वहाँ दिये गये हैं। इनमें से भेड़ फाटक उत्तरी दिशा में है। ऐसा कहा जाता है कि इस फाटक का उपयोग मंदिर में भेड़ और मेम्नों को लाने के लिये किया जाता था। भेड़ फाटक के पास एक जलकुण्ड बैतहसदा कहलाता था जिसके पाँच ओसारे थे। इन ओसारों में बड़ी संख्या में अपंग लोग कुण्ड के पानी के हिलाने की बाट जोहते रहते थे। क्योंकि नियत समय पर एक स्वर्गदूत नीचे उतरकर पानी को हिलाता था। फिर जो व्यक्ति सबसे पहले कुण्ड में उतरता था, वह चंगा हो जाता था। एक व्यक्ति जो 38 वर्ष से बीमार था वह भी वहीं पड़ा रहता था। कितने दुख की बात है कि एक व्यक्ति इतने लंबे समय तक बीमार था। पाप एक भयानक बीमारी है। यह मनुष्य की आत्मा और शरीर को कमजोर बनाती है डॉक्टर शरीर की कई बीमारियों को अच्छा कर सकते हैं परंतु पाप की बीमारी केवल यीशु मसीह के द्वारा ठीक की जा सकती है जो महान वैद्य है। हम नहीं जानते कि इस मनुष्य की बीमारी क्या थी। यह लकवा हो सकती है। प्रभु जानता था कि वह कई वर्षों से बीमार है। वह हमसे प्रत्येक के विषय सब कुछ जानता हैं, यहाँ तक कि हमारे विचारों को भी जानता है। यीशु ने उस व्यक्ति से पूछा, ‘‘क्या तू चंगा होना चाहता है?’’ उस व्यक्ति ने यीशु से चंगाई नहीं मांगा प्रभु उससे पूछ रहा है यीशु वह है जो खोजता और बचाता है। वह उस स्थान में गया जहाँ सामरी स्त्री आनेवाली थी और उसे बचाया। हमें यह सोचकर आश्चर्य होगा कि क्या हमें किसी बीमार व्यक्ति को पूछने की आवश्यकता है कि क्या वह चंगा होना चाहता है? कुछ लोग जो अंगहीन है और भीख मांग कर जीते हैं वे अच्छा होना नही चाहते होंगे। कई पापी ऐसे ही हैं। वे पाप करना छोड़ना नहीं चाहते। पहली बात जो एक पापी को करना चाहिये वह यह है कि आपने पापों के विषय बोझ रखे और बचाए जाने की इच्छा रखे हम नहीं जानते कि‘‘प्रभु मेरे पास कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जो मुझे पानी हिलाए जाने के समय कुंड में उतारे’’, उस व्यक्ति ने कहा। यद्यपि उसने स्वयँ पानी में उतरने की कोशिश किया था परंतु वह समय पर नहीं पहुँच पाया था। यह हमें इस बात की याद दिलाता है कि कोई भी व्यक्ति अपने प्रयासों से पापों से छुटकारा नहीं पा सकता, और कोई भी व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को उसके पापों से छुटकारा नहीं दे सकता। व्यक्ति जो कर सकता है वह यह है कि दूसरां को भी उद्धारकर्ता के पास ले जाए। यीशुने उससे कहा, ‘‘उठ, अपनी खाट उठा और चल फिर।’’ वह व्यक्ति तुरंत चंगा हो गया और अपनी खाट उठाकर चलने-फिरने लगा। जब कोई पापी विश्वास से मसीह के पास आता है, वह तुरंत बचाया जाता है और उसके पापों से शुद्ध किया जाता है (1 यूहन्ना 1:7)। जब यहूदियों ने देखा कि वह व्यक्ति अपनी खाट उठाकर चल फिर रहा है, तो उन्होंने उस व्यक्ति से प्रश्न करना शुरू किया जो चंगा हो गया था। उस पर उनका यह आरोप था कि उसने सब्त के दिन अपनी खाट उठाकर चला था, जबकि उस दिन उसे ऐसा नहीं करना चाहिये था। यहूदियों ने यीशु पर करीब 6बार सब्त का नियम तोड़ने का आरोप लगाया था। इस व्यक्ति का जो चंगा हुआ था, यहूदियों को यह जवाब था, ‘‘जिसने मुझे चंगा किया उसी ने मुझसे मेरी खाट उठाकर चलने को कहा।’’ चाहे दूसरे हमें कुछ भी क्यां न कहें हमें वही करना चाहिये जो करने के लिये परमेश्वर हमसे कहता है। आपने उन लोगों को देखा होगा जो बप्तिस्मा लेनेवाले विश्वासियों की ठट्ठा करते हैं यह प्रभु की आज्ञा है कि विश्वासी बप्तिस्मा ले। प्रभु की आज्ञापालन करने में हमें किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है।जब यहूदियों ने चंगा होने वाले व्यक्ति को सताया तो यीशु उससे मिला और उसे ढाढ़स बंधाया। हमारा प्रभु उसकी संतानों की परीक्षाओं को जानता है और आवश्यकता के समय उन्हें शांति देता है। ‘‘फिर से पाप मत करना, ऐसा न हो कि इससे कोई भारी विपत्ति तुझ पर आ पडे़’’, प्रभु ने उस व्यक्ति से कहा। पाप ही सभी क्लेशों का कारण है। हमारे दैनिक जीवन में हम पाप के कारण आई बीमारियों को देखते हैं। प्रेरित यूहन्ना कहता है, ‘‘हे मेरे बालको, मैं ये बातें तुम्हें इसलिये लिखता हूँ कि तुम पाप न करो’’ (1 यूहन्ना 2:1)। परमेश्वर का वचन हमें पाप से दूर रख सकता है यदि हम उसे पढ़े और उसका पालन करें। आइये हम प्रतिदिन प्रार्थना करें कि हम पाप से दूर रहें । नोट : बैतहसदा - दया का घर यरूशलेम का फाटक जो अब सेंट स्टीफन्स गेट कहलाता है, पुराना भेड़ फाटक हो सकता है। उसी के पास में एक जलकुण्ड है जो अब सूखा है। 4थी आयत कुछ प्राचीन हस्तलिपियों में नहीं पाई जाती। मलयालम बाइबल में यह कोष्ठक में दी गई है
3 मुझको संभालो हे प्रभु कभी निराश न होऊँ, अगर निराशा आये भी हिम्मत कभी न छोड़ दूं, हर कदम बढ़ता रहे तेरे पास तेरे पास। हर घड़ी चलता रहूं तेरे साथ तेरे साथ ।