Class 2, Lesson 13: मिस्र पर विपत्तियाँ

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Lesson Text

जब फिरौन ने परमेश्वर के प्रति अपने ह्रदय को कठोर किया और इब्रियों के बोझ को ओर बढ़ा दिया, तब परमेश्वर ने मिस्रियों पर भयंकर विपत्तियाँ भेजीं | सबसे पहले परमेश्वर की आज्ञानुसार हारून ने नदी पर अपनी लाठी को मारा और पूरा पानी लहू बन गया | मछलियाँ मर गईं और पानी बसाने लगा, परन्तु फिरौन ने अपना मन नहीं बदला | दूसरी विपत्ति मेंढकों वाली थी | वे गीली जगहों से बहुत अधिक मात्रा में आए और फिरौन के महल से लेकर सभी मिस्रियों के घरों में भर गए | फिरौन का मन बदला, परन्तु जैसे ही विपत्ति हटी, उसका मन फिर कठोर हो गया और उसने मूसा और हारून की बात नहीं मानी | अगली विपत्ति कुटकियों ( धूल में पाए जाने वाले प्राणी ) का हमला था | जब हारून ने लाठी को धूल पर मारा, हर एक के ऊपर कुटकियाँ हो गईं, फिर भी, फिरौन ने लोगों को जाने नहीं दिया | उसके पश्चात डांसों के ( परेशान करने वाले कीट ) झुण्ड आए | तब फिरौन ने कहा, "तुम लोग बलिदान करने जाओ, परन्तु अधिक दूर नहीं जा सकते |" मूसा इस बात से सहमत नहीं हुआ, क्योंकि परमेश्वर ने उनसे तीन दिन की यात्रा की दूरी पर जाने के लिए कहा था और वे इसे बदलने वाले नहीं थे | अगली विपत्ति मिस्रियों के घरेलू पशुओं पर आई, जिससे उनके सभी पशु मर गए, परन्तु इस्राएलियों का एक भी जानवर नहीं मरा | अतः फिरौन जान गया कि परमेश्वर उनके और इस्राएलियों के बीच में अन्तर कर रहे हैं | इसके पश्चात अगली विपत्ति में मनुष्यों और पशुओं पर फोड़े और फफोले बन गए | फिर परमेश्वर ने मेघ गरजाकर आग और ओले बरसाए, और खेत की उपज, और मनुष्य और पशु मारे गए | अगली विपत्ति में टिड्डियाँ आईं और खेत में जो कुछ बचा था और सारे वृक्ष के फल और सब हरियाली कहा गईं | नौवीं विपत्ति घोर अंधकार की थी, जो सभी मिस्रियों के घरों पर छा गया | इस बार फिरौन इस्राएलियों को भेजने के लिए तैयार हो गया, परन्तु उनके जानवरों को नहीं | परन्तु मूसा ने कहा, "परमेश्वर के लिए मेलबलि और होमबलि चढ़ाने के लिए हमें अपने पशुओं को भी ले जाना होगा ! उनका एक खुर तक छोड़कर नहीं जाएंगे, क्योंकि वहाँ पहुँचने पर ही हम जान पाएंगे कि क्या-क्या लेकर परमेश्वर की आराधना करनी होगी |" परन्तु परमेश्वर ने फिरौन के हृदय को कठोर किया और उसने इस्राएलियों को जाने नहीं दिया |

Excercies

Song

पानी बना खून,मिस्री पी न सकें घूंट मेढक हर जंगल उछले और आती है बदबू जुओं से परेशान,फिर मकिईयां फिर जानवर मरे पर फिरौन कहता "नहीं "मैं जाने दूँगा नहीं । फोड़े हर जगह निकले,पूरा शरीर भरा ओले गिरे और खाने का करती नुकसान टिड्डयों का दल,मिस्र कहे,हम हुए बर्बाद पर फिरौन कहता नहीं ,"मैं जाने दूँगा नहीं। तीन दिन अंधकार छाया,देखा कुछ नहीं पहलौठे मरे तो तड़प उठे मिस्री और जाना कि,इसराएल का परमेश्वर ही है खुदा काँपते मिस्री बोले -निकल जाओ इधर से ।