Audio | Prayer | Song | Instrumental |
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आज हम एक लड़के के विषय में सीखेंगे जो उसकी माँ की प्रार्थनाओं के कारण ही जन्मा। ये घटना इस्राएलियों के कनान देश में बसने के कईं वर्षों के बाद की है। एल्काना नाम का एक व्यक्ति था, जिसकी पत्नी इसलिए दुखी थी कि उसकी कोई सन्तान नहीं है। हर वर्ष यह परिवार परमेश्वर की आराधना करने शीलो जाया करते थे। एली उस समय का महायाजक था। एक बार जब हन्ना बहुत दुखी थी, वह परमेश्वर के भवन में गई और उसने प्रार्थना की,“ हे परमेश्वर, यदि तु मुझे एक बेटा दे तो मै उसे जीवन भर तुझे अर्पण करुंगी। ” हन्ना अपने मन में ही प्रार्थना कर रही थी, केवल उसके होंठ हील रहे थे कोई आवाज नहीं आ रही थी। एली महायाजक ने सोचा कि हन्ना ने पी ली है, और उसे ये कहकर चिढ़ाने लगा; अपना नशा उतार। हन्ना ने जवाब में कहा, “नहीं मेरे प्रभु, मैं एक दुखयारी स्त्री हूं, मैंने न तो दाखमधु पिया है और न ही मदिरा। मै तो केवल अपने मन की वेदना प्रभु को सुना रही थी।” परमेश्वर ने उसकी प्राथनाओं को सुन लिया, और उसे एक लड़का हुआ जिसका नाम हन्ना ने शमूएल रखा। शमूएल का अर्थ है, मांगा हुआ! जब बालक का दूध छुड़ाया गया हन्ना ने शमूएल को शिलो ले जाकर उसे परमेश्वर के सामने अर्पण किया । हन्ना ने एली से कहा! “मैंने इस बेटे के लिए प्रार्थना की थी और परमेश्वर ने मेरी सुन ली। सो मैं अब इसे परमेश्वर को लौटा रही हूं, और ये जीवन भर परमेश्वर का ही रहेगा।” इस तरह शमूएल एली के साथ मन्दिर में ही रहा, हर वर्ष जब उसकी माँ परमेश्वर के भवन में आराधना करने आती तो वो अपने बेटे के लिए एक नया बागा लाकर देती थी। क्योंकि हन्ना ने अपने बेटे को परमेश्वर के भवन में सेवा करने के लिए छोड़ दिया, परमेश्वर ने उसे पांच और बच्चे दिए। हम देखते हैं कि हम जो कुछ परमेश्वर को देते हैं उस से कहीं अधिक वह हमें देता है। शमूएल आज्ञाकारी था और परमेश्वर के भवन में अपना काम गम्भीरता और ईमानदारी से किया करता था। उसके विषय में कहा गया है कि, “शमूएल परमेश्वर और मनुष्य दोनों की दृष्टि में बढ़ता गया। ” एक रात जब शमूएल मन्दिर में सोया था उसने किसी को अपना नाम पुकारते सुना। वह तुरन्त दोड़कर एली के पास गया और कहने लगा, “कहीए, मैं यहां हूँ। ” एली ने कहा, नहीं! मैंने तुझे नहीं बुलाया, जाकर लेट जा। ऐसे ही दो बार और हुआ। वास्तव में परमेश्वर उसे बुला रहा था। परमेश्वर ने उसे फिर पुकारा, और शमूएल फिर एली के पास जाकर कहा, कहीए आप ने मुझे क्यों बुलाया ? तब एली ने जाना कि परमेश्वर लड़के को बुला रहा है, और उसने शमूएल से कहा! “जाकर लेट जा, और यदि वह तुझे फिर पुकारे तो कहना, कह प्रभु तेरा दास सुन रहा है।” शमूएल ने एली याजक के कहने के अनुसार किया, और जब उसे फिर पुकारा गया उसने जवाब देकर कहा, “कह प्रभु, तेरा दास सुन रहा है।” तब परमेश्वर ने शमूएल से कहा, कि एली के बेटों की दुष्टता के कारण उस परिवार पर भारी न्याय आनेवाला है। परमेश्वर एली से इसलिए क्रोधित थे कि उसने आपे बेटों को पाप करने से नहीं रोका था। परमेश्वर के कहने के अनुसार एली के दोनो बेटे, होप्नी और पीनहास की युद्ध में मृत्यु हो गई और इस दुखी सन्देश को सुनकर एली अपनी कुर्सी से उलटा गिर पड़ और गर्दन टूटने के कारण वह मर गया। उस समय से परमेश्वर अकसर शमूएल से बातें करता था। शमूएल याजक और परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता बन गया। उसने सारे इस्राएल का न्याय किया।
हैलो ,,,हैलो ,,,,प्रभु यीशु हमे आपसे बात करना आप कितने अच्छे है आप कितने सच्चे है मेरी प्रार्थना सुनते है उत्तर भी देते हमेशा शमूएल हे शमूएल मुझे तुमसे बात करना दास तेरा सुन रहा है प्रभु जी आज्ञा दे चाहे कितनी मुश्किल हो आज्ञा तेरी पूरी करूंगा ।