Audio | Prayer | Song | Instrumental |
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आज हम सीखेंगे कि परमेश्वर ने अपने लोगों को मरुभूमि में कैसे भोजन दिया। इस्राएली एलीम से आगे बढ़कर सीन की मरुभूमि में पहुंचे। वहा उनके के पास भोजन नहीं था। इस्राएलियों ने मूसा पर कुड़कुड़ाना आरम्भ किया, “काश हम प्रभु के हाथों मिस्र में ही मरते! वहां हम मांस के हांडियों के पास बैठकर मनचाहा भोजन खाते थे, परन्तु तूने इस सारी प्रजा को मार डालने के लिए इस मरुभूमि में लाया है। ” परमेश्वर ने इस बात को सुनकर मूसा से कहा, मै हर रोज स्वर्ग से रोटी बरसाउंगा, ताकि लोग हर सुबह उसे अपनी अवश्यक्ता के अनुसार बटोर सके। इस तरह मै उनकी परीक्षा लेकर देखूँगा कि वे मेरे आदेशों का पालन करते है कि नहीं। तब मूसा और हारुन ने लोगों को कहा! “सांझ को तुम जानोगे कि प्रभु ही है जिसने तुम्हे मिस्र से निकाल लाया , और भोर को तुम परमेश्वर की महिमा देखोगे, क्योंकि परमेश्वर ने तुम्हारे कुडकुडाने को सुन लिया है। हम क्या हैं कि तुम हमारे विरुद्ध कुडकुडाओ?” जब हारुन ने सारे लोगों को इकट्ठा किया तो वे मरुभूमि की ओर देखने लगे और उन्हो ने परमेश्वर की महिमा बादल में देखी। सुबह परमेश्वर ने अपने कहने के अनुसार स्वर्ग से भोजन भेजा। जब घांस पर की ओस सुख गई लोगों ने जमीन पर छोटे छोटे सफेद छिलके पडे हुए देखे। क्योंकि वे नहीं जानते थे कि यह क्या वस्तु है उन्हों ने उसका नाम मन्ना रखा। जिसका अर्थ है “ये क्या है ” उन्हों ने कुछ उठाकर खाया , वह मन्ना मधु में बने हुए पुए के समान लगता था। परमेश्वर ने कहा कि लोगों को भोर में हर एक की अवश्यक्ता के अनुसार ही बटोरना चाहिए। परन्तु छठवे दिन उनको दुगना लेना था क्योंकि सब्त के दिन मन्ना नहीं गिरनेवाला था। फिर भी कुछ लोगों ने आज्ञा का पालन नहीं किया। उन्हों ने मन्ना को दूसरे दिन तक रखा, और भोर को पाया कि मन्ना में कीड़े हैं। परन्तु परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार जब उन्हों ने छठवे दिन दुगना बटोरा तो उसमें अगले दिन कीड़े नहीं पाए गए। कुछ लोग सबत के दिन मन्ना ढूँढने गए परन्तु उन्हें कुछ नहीं मिला। इस्राएलियों ने मरुभूमि में चालीस वर्ष तक यात्रा की। प्रतिज्ञा के स्थान में पहुंचकर वहां के अनाज खाने तक, उन्हों ने चालीस वर्षों तक मन्ना ही खाया। मन्ना प्रभु यीशु का चित्र है, जिसने कहा कि जीवन की रोटी मैं ही हूं।
(Song/ tune Idea - Malyalam children song - കണ്ണാ തുമ്പി പോരാമോ എന്നോടിഷ്ടം ) मूसा - (2) यह क्या चीज़ है ? मन्ना - (2) स्वर्ग का खाना श्वेत और शहद सा मीठा है मिलेगा तुमको रोज सुबह। यीशु - (2) वह कौन है ? स्वर्ग से उतरी जीवन रोटी अपनाओ तुम विश्वास से फिर भूख कभी न होगी ।