Audio | Prayer | Song | Instrumental |
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आज हम यूसुफ के विषय में सीखेंगे और देखेंगे कि किस तरह उसने अपने भाईयों के द्वारा दुख उठाया । याकूब के बारह बेटे थे, और यूसुफ ग्याहरवा था। उसके बुढ़ापे का बेटा होने के कारण याकूब उस से अधिक प्रेम करता था। सतरह वर्ष का होते होते यूसुफ अपने भाईयों के साथ जाने लगा, जो चरवाहे थे । घर लौटने पर वह अपने भाईयों की बुराइयां को पिता से कहता था। इस कारण उसके भाई उस से घृणा करते थे। एक दिन याकूब ने यूसुफ के लिए एक बहुरंगी वस्त्र लाया। इस कारण उसके भाईयों को जलन हुई। एक दिन यूसुफ ने सपना देखा। उसने अपने भाईयों को बताया। उसने अपने भाईयों को कहा! “जब हम खेत में पूलें बांध रहे थे, तो क्या देखता हूं कि मेरा पूला उठकर खड़ा हो गया, और तुम्हारे पूलों ने उठकर मेरे पूले को दण्डवत किया।” यह सुनकर उन्होंने उस से और भी बैर किया और कहने लगे, “क्या तुम सोचते हो कि तुम हम पर राज करोगे? ” कुछ दिनों बाद यूसुफ ने उन से कहा! “मै ने सपने में देखा कि, सूर्य चांद और ग्यारह तारे मुझे दण्डवत कर रहे है।” याकूब समझ गया कि उसका अर्थ क्या है, माता पिता और उसके भाई, इसलिए उसने यूसुफ को डांटकर कहा! क्या तेरी मां और मैं और तेरे भाई तुझे दण्डवत करेगें । परमेश्वर ने भविष्य में होनेवाली बातों का संकेत देने के लिए ये सपने दिखाए थे। उसके भाई उस से जलन रखते थे, और यूसुफ सपनों को पूरी तरह से समझ तो नहीं रहा था फिर भी इन बातों को मन में रखे हुए था। एक दिन जब यूसुफ के भाई शेकेम में थे याकूब ने उनके पास यूसुफ को यह कहकर भेजा, “जाकर देख कि तेरे भाई और भेड़ बकरियां कैसी है, और उनका समाचार ले आ।” यूसुफ के शेकेम पहुँचने तक वो दोतान को चले गए थे। यूसुफ उनके पीछे गया और उन्हे ढूँढ निकाला। उसे आते देखकर उसके भाईयों ने उसकी हत्या करने की साजिश की। परन्तु सब से बड़े भाई रुबेन ने ऐसा होने न दिया। उसकी सलाह के अनुसार उन्होंने यूसुफ के बहुरंगी वस्त्र को ले लिया और उसे सूखे कुएं में फ़ेंक दिया। जब कुछ व्यापारी जो मिस्र की ओर ऊंट पर जा रहे थे, भाईयों ने यूसुफ को कुएं में से निकालकर उसे बीस सिक्को में बेच दिया। स्मरण करो कि हमारे प्रभु यीशु को भी उसके चेलों में से एक ने बेचा था। वे व्यापारी मिद्यानी थे जिन्हों ने यूसुफ को मिस्र देश में ले जाकर उसे फिरोन के सैनिकों के प्रमुख पोतीपर को बेच दिया। यूसुफ के भाईयों ने उस रंगीन वस्त्र को लेकर उसे एक मेम्ने के लहू में डुबोया। उन्हों ने उस वस्त्र को याकूब के पास भेजा। याकूब ने उसे पहचानकर सोचा कि यूसुफ को किसी जंगली जानवर ने मार डाला है। वह कईं दिनों तक यूसुफ के लिए शोक करता रहा और शान्त होने से इनकार करता रहा।
भला करने वालों से ,दुनिया चिढ़ती है बुरा करने वालों की ,मित्र हो जाती है युसुफ पूछने गया था ,भाइयों का हाल उनसे मिला धोखा ,रखा न ख्याल । यीशु ही सारे जगत की ज्योति है बराबर सबको प्रकाश देती है पाप से नहीं यीशु से करो प्यार ठोकर न खाओगे ,मिलेगा उद्धार ।